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गुरुवार, मे २९, २०२५

शिवशंकर [डमरू काव्यरचना]


डमरू काव्य 
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शिर्षक - शिवशंकर
  शिवजी हाती डमडम डमरू वाजे 
    नाद  सारा त्रिभुवनी  गाजे
      कैलाशीचा स्वामी साजे
          स्वयंम काशीराजे
               शीवशंकर
           पार्वतीचे पतीदेव
       नाव शोभतसे  महादेव
   ऐंसा द्वादश ज्योतीर्लिंगांचा देव
सप्त  दुनियेचा  वाली तुच आदिदेव

©® प्रा.पुरुषोत्तम सुपीबेन म.पटेल “ पुष्प

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